पढ़ते समय नींद क्यों आती है? जानिए पढ़ते समय नींद भगाने का तरीका

Padhte Samay Neend Se Kaise Bache – यह ज्यादातर बच्चों के साथ होता है की वे जैसे ही किताब उठाते है, उनको नींद आने लगती है और अगले 1 घण्टे बाद किताब मुँह पे होती है और विद्यार्थी नींद में। आखिर किताबों में ऐसा कौन-सा नशा है?

बहुत सारे बच्चों का यह सवाल होता है की, पढ़ते समय नींद क्यों आने लगती है और हम इसे कैसे भगा सकते हैं?

आज हम विद्यार्थियों की इसी समस्या का समाधान लेकर आ चुके है, जिसमें हमने ऐसे 10 तरीके बताए हैं, जिनमें से कोई 5 तरीके भी अच्छे से समझकर फॉलो करने पर आपको पढ़ते वक्त (यदि आप पहले ही पूरी नींद ले चुके हैं तो) नींद आने की समस्या नहीं होगी।

ऐसा नहीं इन टिप्स को फॉलो करके आप नींद को बिल्कुल ही भगा सकते हैं, लेकिन इन तरीकों से आप हद से ज्यादा आने वाले नींद को कंट्रोल कर सकते हैं तो, चलिए तरीकों को जानते हैं –

1. बैठकर या लेटकर न पढ़ें –

अक्सर हम सभी ज्यादातर बच्चे लेटकर पढ़ते हैं, जिसमें बैठकर पढ़ने की तुलना में थोड़ा-सा आराम मिलता है और फिर इसी बजह से नींद भी आने लगती है। इसलिए कहते हैं की हमें बैठकर पढ़ाई करनी चाहिए।

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यदि बैठकर पढ़ने पर भी नींद आए तो सबसे अच्छा तरीका है की, थोड़ा धीरे-धीरे टहलते हुए पढ़िए। धीरे-धीरे चलते हुए पढ़ने से आपको नींद भी नहीं आएगी साथ ही आप महसूस करेंगे की आप थोड़ा जल्दी याद कर पा रहे हैं। इस तरीके को जरूर फॉलो करें यह कारगर है।

2. बोल-बोलकर पढ़ें –

बहुत सारे बच्चे मन-मन में ही पढ़ना पसंद करते हैं, जिसकी बजह से याद भी देर से होता है और दिमाग के थोड़ा-सा थकते ही नींद भी आने लगती है।

अगर आप चाहते हैं की आपको नींद न आए तो, बोल-बोलकर पढ़ना आपके लिए सही है, इसलिए कोशिश करें की जब भी आप पढ़ें तो, बोल-बोलकर ही पढ़ें इससे आपको मन-मन में पढ़ने की अपेक्षा याद भी जल्दी होता है।

3. पानी कम पीने की समस्या –

बच्चे बहुत कहने के बाद भी पानी कम ही पीते हैं। अगर आपको पढ़ते वक्त नींद आ रही हो और आप 1 गिलास पानी पी लें तो, नींद तुरंत भाग जाती है और शरीर भी थोड़ी ऊर्जा महसूस करता है।

कोशिश करें की जब ज्यादा नींद आये तो, एक बार ठण्डे पानी से मुँह धो लें और थोड़ा-सा पानी पीने के बाद फिर से पढ़ने बैठे या जैसा हमने पहले पॉइंट में बताया की, टहलते हुए पढ़ें। आधे से एक घण्टे बाद पानी पीते रहने से आपके शरीर में पानी की कमी भी नहीं होगी।

4. पर्याप्त नींद लें –

ऐसा नहीं है की किसी भी तरीके से आपको नींद आना बंद हो जाएगी या बहुत ही कम हो जाएगी। वैसे भी अगर आप पूरी नींद लिए बिना पढ़ेंगे तो, आपको वैसे भी अच्छे से याद ही नहीं होगा या आपका मन में पढ़ाई में नहीं लगेगा, इसलिए आपको पर्याप्त नींद तो लेनी ही होगी।

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एक विद्यार्थी को कम से कम 6 घण्टे की नींद तो लेनी ही चाहिए। अगर आप उससे कम नींद लेते हैं, तो इसका आपके शरीर पर गलत प्रभाव पड़ सकता है। कम नींद लेना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए ही सही नहीं है।

कोशिश करें की नींद पूरी लें और उसके बाद ही पढ़ने बैठे तो, आपको अपने आप ही नींद नहीं आएगी। कोशिश करें की सोकर उठने के बाद कम से कम 2-3 घण्टे पढ़ें क्योंकि, उस समय ऊर्जा अधिक होती है और मन भी शांत होता है।

5. थोड़ा-थोड़ा ब्रेक लेकर पढ़ें –

अगर आप लम्बे समय तक लगातार पढ़ते रहेंगे तो, शायद आपको नींद आने लग सकती है लेकिन यदि आप बीच-बीच में 10-15 मिनट का ब्रेक लेकर पढ़ेंगे तो भी नींद आना थोड़ा-सा कम हो जाएगा। कोशिश करें की लगातार 1 घण्टे से ज्यादा न पढ़ें बल्कि, प्रत्येक 1 घण्टे के बाद 10-12 मिनट का ब्रेक लेकर पढ़ें।

कम से कम इस 10 मिनट के ब्रेक में कोशिश करें की सोशल मीडिया न चलाएं बल्कि, अगर रूम में हैं तो थोड़ा-सा बाहर घूम आएं। पानी या जूस आदि भी ले सकते हैं।

6. अच्छे टीचर से पढ़ें –

कई बार हमें केवल इसलिए नींद आती है क्योंकि, जो टीचर हमें पढ़ा रहा होता है वो हमें पसंद पसंद नहीं आता मतलब, उसके पढ़ाने के तरीके से आपको समझ नहीं आता है, जिसकी बजह से आलस आता है।

आजकल तो ऑनलाइन टीचर बहुत सारे हैं, जो प्रत्येक टॉपिक को बहुत ही आसान शब्दों में पढ़ाते हैं, आपको ऐसे टीचर्स को खोजना चाहिए और पढ़ाई को बोझ समझते हुए नहीं बल्कि, कुछ नया सीखने के लिए पढ़ना चाहिए।

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एक अच्छा टीचर से पढ़ते वक्त बच्चों में कुछ नया जानने की इच्छा होती है और बच्चा स्कूल या ट्यूशन से आने के बाद भी बच्चा खुद ही पढ़ने लगता है। वहीं अगर कोई टीचर अच्छा नहीं पढ़ाता है तो, स्कूल में उस टीचर के पढ़ाते समय भी मन करता है की और कितने समय पढ़ना पड़ेगा। (अच्छे टीचर से पढ़ना जरूरी है।)

7. भोजन पर ध्यान दें –

अगर आप भोजन का समय और भोजन की मात्रा के साथ-साथ यह भी ध्यान रखें की आपको क्या खाना है और क्या नहीं खाना है तो, आपको ज्यादा आलस और ज्यादा नींद आने की समस्या महसूस नहीं होगी।

अगर आप रात को पढ़ना पसंद करते हैं तो ध्यान रहे की डिनर थोड़ा जल्दी कर लें और पेट भरकर न खाएं। अगर किसी तरह का फ़ास्ट फ़ूड या कॉफी आदि से बच सकते हैं तो और भी अच्छा होगा।

8. दोपहर की नींद लें –

अगर आप स्टूडेंट हैं और रोज स्कूल या कॉलेज जाते हैं तो, रोज सुबह जल्दी तो उठते ही होंगे इसलिए यदि आप सुबह 5 या 6 बजे सोकर उठते हैं तो, आपको दोपहर में 45 मिनट की नींद ले लेनी चाहिए।

यह नींद आप 12बजे से 3 बजे के बीच ले सकते हैं। नींद से उठने के बाद आपको सुबह उठने के बाद वाली ऊर्जा महसूस होगी। इसके बाद आप फिर से पढ़ने बैठ सकते हैं, आपको नींद नहीं आएगी।

Note: कोशिश करें की दोपहर में 45मिनट से ज्यादा नींद न लें।

9. पर्याप्त रौशनी का ध्यान रखें –

अगर आप टेबल लैंप की रौशनी में पढ़ते हैं और आपकी किताब या आस-पास पर्याप्त रौशनी नहीं है तो, ऐसा वातावरण मिलते ही सोने का मन जल्दी करने लगता है।

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अपने आस-पास पर्याप्त रौशनी होने पर आपको नींद पहले ही तुलना में कम आएगी।

10. आस-पास सफाई रखें –

अगर आपके आस-पास काफी ज्यादा किताब-कॉपी फैली हुई हैं और आपको एग्जाम की फिक्र भी है तो, कई बार दिमाग इन्हीं सब विचारों की बजह से थक जाता है और आस-पास किताब देखकर और यह सोचकर की अभी बहुत ज्यादा याद करना है, यह सोचकर भी आलस आने लगता है और नींद हाबी होने लगती है, इसलिए अपनी कॉपी किताबों और रूम को व्यवस्थित रखें, इससे भी आपको नींद को करके लंबे समय तक पढ़ाई करने में सहायता मिलेगी।

अंतिम शब्द –

आशा करते हैं अब आप इन तरीकों का इस्तेमाल करके पढ़ाई करना शुरू करेंगे तो आपको नींद नहीं आएगी और अब आपका यह प्रश्न की ‘पढ़ते समय नींद क्यों आती है और इसको भगाने का तरीका क्या है?‘ इसका जबाब भी आपको मिल चुका होगा।

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ध्यान दीजिए बच्चों ऐसा कोई भी जादुई तरीका नहीं है, जिससे आप बिना सोए लगातार कई घण्टों तक पढ़ पाएं इसलिए इन तरीकों का इस्तेमाल करें और पढ़ाई के साथ अपने स्वास्थ्य का भी

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