सत्य सनातन में ऐसे-ऐसे संत-महात्मा हुए हैं, जिन्होंने जगत कल्याण में अपना पूरा जीवन लगा दिया। सनातम धर्म में ऐसे-ऐसे महान ऋषि हुए जिन्होंने अपने अध्यात्म के अनुभव से, आम लोगों को जीवन में सही राह दिखाने का कार्य किया। इसी कारण समाज ने हमेशा से ही ऋषि-महात्मा, संतो आदि को बहुत सम्मान की भावना से देखा है।
लेकिन समय-समय कुछ ऐसे दुष्ट लोग भी हुए हैं, जिन्होंने हिन्दुओं की इसी आस्था और विश्वास से खिलवाड़ करने की कोशिश की है और अलग-अलग तरीके से हिन्दुओं का शोषण किया है, जिनमें से बहुत सारे ढोंगी बाबा का पर्दा फास हो चूका है और अभी भी समय-समय पर ढोंगी बाबा से सम्बंधित खबर आती ही रहती है।
आज हम आपको ऐसे ढोंगी बाबा के बारे में बता रहे हैं, जिसने हिन्दू आस्था का गलत इस्तेमाल करके हिन्दू लड़कियों का रेप तक किया है और समाज में अन्य सभी अच्छे साधु-संतो की छवि भी खराब की है –
गुरमीत राम रहीम: सन् 2002 में रामचंद्र छत्रपति नाम के पत्रकार ने पहली बार बाबा राम रहीम के खिलाफ कुछ लिखने की कोशिश की थी। ‘पूरा सच’ नाम के अखबार में खबर छापने के कुछ दिन बाद ही रामचंद्र की, उनके घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाबा के खिलाफ रामचंद्र छत्रपति को एक साध्वी की चिठ्ठी मिली थी, जिसमें साध्वियों के साथ यौन शोषण की बात लिखी थी।
गुरमीत राम रहीम
छत्रपति की मौत के बाद की बात है, जब सीबीआई की स्पेशल अदालत ने, डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार मामले में दोषी क़रार दिया था।
इसके बाद बाबा के समर्थकों ने बाबा का जोरदार समर्थन करना शुरू कर दिया था। लोग यह मानने को तैयार नहीं की जिस बाबा को वे इतना मानते हैं, वो बलात्कारी भी हो सकता है। आम भोले-भाले लोग यह समझने में धोखा खा गए थे, की बाबा आस्था की आड़ में हिन्दू बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलबाड़ कर रहा था।
फिर कुछ समय बाद लोगों को अदालत के फैसले पर विश्वास हुआ, जिसके बाद लोगों ने अपने गले में से बाबा की तस्वीर वाला लॉकेट फेक दिए और बाबा के कुछ प्रमुख समर्थकों ने भी बाबा से दूरी बना ली। इसके बाद साध्वियों के यौन शोषण मामले में उसे 20 साल की सजा मिली थी।
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या में उसे उम्रकैद की सजा मिली हुई थी और उसके बाद सीबीआई की विशेष अदालत ने 2021 में डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या में बाबा और उसके चार साथियों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी।