धूपबत्ती जलाने के फायदे ही नहीं पता, अभी जानिए और सही धूपबत्ती चुनिए

सनातन धर्म में सभी लोग पूजा के दौरान दीपक और अगरबत्ती जलाते तो हैं लेकिन, उनको इसका कारण नहीं पता है। अगर आपको भी इसका महत्व नहीं पता है तो, इस लेख को ध्यान से पढ़ें। इसमें हम धार्मिक कारण के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी बताएंगे। आइये इसके फायदे जानते हैं –

जब पूजा की जाती है तो उसमें जलाई जाने वाली धूप को बनाने के लिए अनेक तरह की जड़ी-बूटियों को आपस में मिलाकर धूप बनती है, जिस कारण इसे जलाने पर यह कीट-पतंगों को नष्ट करती है। इसके साथ ही इससे ग्रह दशा में सुधार होता है।

मन को शांति का एहसास होता है –

जब पूजा के समय धूपबत्ती जलाई जाती है तो, इसकी सुगंध से मन शांत होता है। शांत मन के कारण हम ईश्वर के चरणों में अपना ध्यान लगा पाते हैं, जिस कारण धूपबत्ती के कारण हमें ईश्वर से जुड़ने में मदद मिलती है।

नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है –

इससे हमारे विचारों में और आस-पास के वातावरण में एक सकारात्मकता फैलती है। शास्त्र बताते हैं की इससे हमारे घर का माहौल में खुशहाली आती है।

ईश्वर को खुश करने का तरीका –

ऐसा कहा जाता है की पूजा के समय यदि व्यक्ति धूपबत्ती जलाता है तो, उससे ईश्वर प्रसन्न होते हैं। ऐसा कहा जाता है की धूपबत्ती की सुगंध देवियों और देवताओं को पसंद आती है।

दिमाग का तनाव दूर करने में है सहायक –

अगर आपके दिमाग में बहुत ज्यादा टेंशन है और आप धूपबत्ती से निकली सुगंध को सूंघते हैं तो, आप पाएंगे की आपके माइंड में जो खिचाव था वो कम होना शुरू हो गया है। सर का दर्द में भी इसकी सुगंध से आराम मिलता है।

घर-परिवार से दूर रहती है बुरी शक्तियाँ –

ऐसी मान्यता है की धूप जलाने से जितनी भी बुरी शक्तियाँ हैं, वे घर से दूर रहती हैं। इससे घर का वास्तुदोष मिटाने में भी मदद मिलती है और घर के लोगों को बीमारियाँ कम लगती हैं।

किस तरह घर पर ही बना सकते हैं धूप –

अगर आप मार्केट से धूपबत्ती नहीं लाना चाहते हैं और शुद्ध धूप घर पर ही तैयार करना चाहते हैं तो, आपको चंदन, कुष्ठ, नखल, राल, गुड़, शर्करा, नखगंध, जटामांसी, लघु और क्षौद्र आदि चीजों की जरुरत पड़ेगी। अगर आप घर पर ही धूप तैयार करेंगे तो वह मार्केट मिलने वाली धूप से ज्यादा बेहतर होगी और असरदार भी होगी क्योंकि, उसमें केवल सुगंध के लिए कोई मिलावट नहीं की जाएगी।

Disclaimer – इस पोस्ट में लिखी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं के आधार पर लिखी गई हैं।HindiRaja.in इनकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनमें से किसी भी बात को फॉलो करने से पहले इस बिषय के जानकार से राय जरूर लें।

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