गायत्री मंत्र है बहुत पावरफुल, इसके रोज जाप करने के फायदे जानकर चौंक जाएंगे आप

Gayatri Mantra – सनातन धर्म से जुड़ी पुरानी मान्यता है कि मंत्रों का जाप करने से मनुष्य के भीतर सकारात्मक एनर्जी का संचार होता है, इससे मन में आने वाले सभी दुख, द्वेष, पाप, भय, शोक आदि गलत चीजों का नाश होता है। इसके साथ ही हमारे साथ ही हमारा मानसिक स्तर भी उठने लगता है।

इस मंत्र को जानते हो ज्यादातर सभी लोग हैं लेकिन, फिर भी इसका सही नियम या सही समय पर उच्चारण न करने की बजह से वे इसके लाभ से चूक जाते हैं। वरना यह पॉवरफुल मंत्र जीवन को पूरी तरह से बदलने की ताकत रखता है।

अगर आप भी इस मंत्र का पूरा फायदा लेना चाहते हैं तो आपको सप्ताह के सातों दिन गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। आपको इसका चौकाने वाला लाभ बहुत ही कम समय में देखने को मिलेगा। चलिए अब इसका जाप करने का सही समय और इस मंत्र के अर्थ के बारे में जानते हैं –

मंत्रअर्थ
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परामात्मा के तेज का हम ध्यान करते हैं, वह परमात्मा का तेज हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करे.

मंत्र का जाप करने का सही समय कौन सा है?

आपको बता दे की इस मंत्र का जाप आप दिन में 3 बार कर सकते हैं। आप इन तीनों में सबसे पहले समय है, सूर्योदय से ठीक पहले और दूसरा समय दोपहर का है जबकि, और तीसरा समय सूर्यास्त से थोड़ी-सी पहले का है।

एक और बात ध्यान दें की जब सूर्य निकलने वाला हो, उससे पहले जब आप इस मंत्र का उच्चारण शुरू करें तो, 1-2 बार नहीं बल्कि सूर्य के निकलने तक इस मंत्र का जाप करेंगे। ऐसे ही जब आप सूर्य के अस्त होने से पहले इन मंत्र को जपें तो सूर्य के अस्त होने के बाद तक जाप करें। फल अगर 100% चाहिए तो मेहनत भी 100% ही करनी पड़ेगी।

गायत्री मंत्र का जाप करने से कौन-कौन से फायदे मिलते हैं?

पंडित जी बताते हैं कि सही उच्चारण के साथ यदि इस मंत्र का जाप किया जाए तो, सबसे पहले पैसों की समस्या दूर होने लगती और घर में सुख आने लगता है। अगर किसी महिला के बच्चा नहीं हो रहा हो तो, इस मंत्र के प्रभाव से महिला जल्दी ही गर्भ धारण कर लेती हैं।

कुछ लोग जिनका मन भटकता बहुत है, जब भी वे किसी भी एक जगह मन को नहीं लगा पाते, जिस कारण जीवन में सफलता भी कुछ ख़ास नहीं मिल पाती है। इस मंत्र के जाप से माना जाता है की मन शांत और एकाग्र रहता है।इसके साथ ही मंत्र जप करने वाले के चेहरे पर तेज अलग ही पहचाना जा सकता हैं।

अगर आप किसी शुभ कार्य को शुरू कर रहे हैं और उसमें रिस्क भी है तो, कार्य में सफलता के लिए भी इस मंत्र का जाप करने से लाभ मिलता है।

शिव गायत्री मंत्रॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्

उपरोक्त टेबल में लिखा गया शिव गायत्री मंत्र जाप आपको पितृदोष, कालसर्प दोष, राहु-केतु तथा शनि की पीड़ा से भी मुक्ति दिला सकता है।

अगर आपके दुशमन बहुत हैं और आपको काफी परेशान करते हैं तो, नारियल का बुरा और घी का हवन गायत्री मंत्र के सा​थ करें इससे आपके शत्रु को भगवान खुद ही दण्ड देकर आपको उनसे मुक्ति दिलाएंगे।

जब बच्चे का पढ़ाई में मन न लगे और बच्चा यदि कुछ याद भी करे और उसको कुछ भी याद न रहता हो तो, ऐसे में भी आप बच्चे से रोज 108 बार गायत्री मंत्र का जाप कराएं। बच्ची की स्मरण शक्ति बढ़ती हुई आपको खुद भी अनुभव होगी।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी के आधार पर प्रस्तुत की गई हैं। HindiRaja.in इनकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनमें से किसी भी बात को फॉलो करने से पहले इस बिषय के जानकार से परामर्श जरूर कर लें।

Leave a Comment