पढ़ने का सही समय कौन सा है | किस समय पढ़ने से जल्दी याद होगा?

पढ़ने का सही समय कौन सा है – अक्सर बच्चे इस प्रश्न का उत्तर खोजने में लगे रहते हैं की, पढ़ने का सही समय कौन-सा होता है? क्या सुबह को पढ़ने से ज्यादा याद होता है या शाम को और रात को जल्दी याद होता है।

आज की पोस्ट में हम इसी विषय पर बात करेंगे। पोस्ट को पूरा पढ़कर आप खुद से निर्णय कर पाएंगे की आपके लिए पढ़ने का सही समय क्या है?

अगर आप रात में पढ़ते हैं तो, इसके बहुत सारे फायदे हैं लेकिन रात में पढ़ने के नुकसान भी अधिक हैं। यदि आप रात में न पढ़कर सुबह जल्दी उठकर पढ़ते हैं तो, आपके सामने कुछ अलग तरह की समस्या आने वाली हैं।

आप दोनों में से किस तरह की समस्या का मुकाबला कर सकते हैं, उसी से निर्णय होगा की, आपके लिए सेल्फ स्टडी का सही टाइम कौन सा है?

किस समय पढ़ना सही होता है?

अगर मैं अपनी बात करूँ तो, मैं जब स्कूल में था तब मैं रात को ज्यादा पढ़ता था और मैं हर साल अपनी कक्षा में टॉप 3 में आता था।

मैं रात में केवल इसलिए नहीं पढ़ता था क्योंकि, रात को ज्यादा याद होता है बल्कि, मेरे रात में पढ़ने की मुख्य बजह यह थी की, स्कूल और ट्यूशन से आने के बाद मुझे रात में ही पढ़ने का मौका मिलता था।

रात में पढ़ने का दूसरा सबसे बड़ा कारण यह था क्योंकि, रात में मैं दोस्तों के साथ बाहर घूमने नहीं जा सकता था और न ही मेरा ध्यान भटकाने के लिए मेरे पास कोई होता था इसलिए मैं रात को लगभग 9 बजे से रात के 2 बजे तक पढ़ता था। मैं दिन में भी 1घण्टे की नींद लेता था।

यह दिनचर्या ही मैं पूरे साल फॉलो करता था। जबकि मेरा दोस्त ‘अभय’ रोज सुबह 4 बजे से पढ़ता था और वह भी हमेशा क्लास में टॉप 3 में रहता था।

हम दोनों ही क्लास में कोई न कोई स्थान लाते थे इसलिए मेरा अनुभव भी है और सच्चाई भी यही है कि यह कुछ मायने नहीं रखता है की आप किस समय पढ़ाई करते हैं।

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हाँ, यह जरूर हो सकता है कि आपको रात में पढ़ना अच्छा लगता है लेकिन, इंटरनेट पर सुबह जल्दी उठकर पढ़ने के फायदे पढ़कर आपने भी सुबह उठकर पढ़ना शुरू कर दिया है और अब पूरे दिन आपके सिर में दर्द रहता है या आपका पढ़ने का मन नहीं करता है।

यह इसलिए हो सकता है क्योंकि आप अपनी दिनचर्या में बड़े बदलाब बहुत ही कम समय में करने की कोशिश कर रहे हैं। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।


आदत में करें बदलाव – वैसे ज्यादातर बच्चे जब धीरे-धीरे रात में पढ़ने की आदत में बदलाब करके सुबह-सुबह पढ़ना शुरू करते हैं तो, समय के साथ उन्हें रात में जागकर पढ़ने की तुलना में सुबह जल्दी उठकर पढ़ना ही पसंद आने लगता है।

एक होशियार विद्यार्थी के पढ़ने के लिए सुबह के 4बजे से 10बजे का समय सबसे अच्छा होता है। यदि आप स्कूल जाते हैं तो आप सुबह 4 बजे से 7या 8बजे तक अपने स्कूल टाइम के हिसाब से पढ़ सकते हैं।

हम भी आपको यही सलाह देते हैं कि यदि आप रात में पढ़ने वाले छात्र हैं तो, आपको धीरे-धीरे अपनी इस आदत को बदलना चाहिए क्योंकि रात में देर तक जागने की वजह से आपको आने वाले समय में हेल्थ से जुड़ी काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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आजकल ज्यादातर स्टूडेंट्स रात को पढ़ना ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि, उन्हें सवेरा उठना पसंद नहीं है। वे रात को देर तक पढ़ते हैं और सुबह को देर से उठते हैं। हाँ इसका एक नुकसान यह भी होता है की, आप ज्यादा आलसी बन सकते हैं।

यदि आप भी सुबह जल्दी उठकर पढ़ने में असमर्थ हैं तो, आपको कोशिश करनी चाहिए की रात में 11बजे और ज्यादा से ज्यादा 12 बजे के बाद में न पढ़ा जाए क्योंकि, क्वालिटी नींद के लिए यह समय (रात 12 बजे से रात 3बजे) सबसे अच्छा माना जाता है।

पढ़ाई के लिए सुबह जल्दी क्यों नहीं उठ पाते हैं आप?

अगर आप अभी तक रात को पढ़ते थे लेकिन, सुबह पढ़ने के फायदे जानने के बाद यदि आप अपनी इस आदत को बदलना चाहते हैं और सुबह सवेरा उठकर पढ़ना चाहते हैं लेकिन, आप आलस के कारण जल्दी नहीं उठ पाते हैं तो आप नीचे बताए तरीके इस्तेमाल कर सकते हैं –

★ रात को समय पर सोएं –

सुबह जल्दी उठने के लिए रात को पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। आप अपना एक नियम बना सकते हैं कि आपको रोज रात को 10-10:30 बजे के बीच सोने के लिए चले जाना है।

अगर आप इस नियम को फॉलो कर पाते हैं तो, शुरुआत में यदि आप 4 बजे न भी उठ पाएं लेकिन, 5-6 बजे आपकी आंख खुद ही खुल जाएगी।

अगर आप 6घण्टे से ज्यादा की नींद लेते हैं तो, आप इसे समय के साथ-साथ सही कर सकते हैं और फिर आपको सुबह जल्दी उठने में कोई परेशानी नहीं होगी। इससे आप सुबह जल्दी उठकर पढ़ पाएंगे।

★ शुरूरात में अलार्म –

जब आप सुबह उठना शुरू करेंगे तो शुरूरात में ही आपकी आँख सवेरा नहीं खुलेंगी। सुबह उठने के लिए आपको शुरूरात में अपने साथ थोड़ी जबर्दस्ती तो करनी पड़ेगी।

शुरूरात में आपको अलार्म का इस्तेमाल करना होगा। अगर आप अलार्म बंद करके सो जाते हैं तो, आपको कुछ एडवांस अलार्म ऐप का इस्तेमाल करना चाहिए।

प्ले स्टोर पर ऐसे बहुत सारे अलार्म ऐप हैं, जिनमें आपको अलार्म बंद करने के लिए कुछ कैलकुलेशन करनी पड़ती है, इसी सब को करने में आपकी आंख खुल जाती हैं, आलस गायब हो जाता है और फिर आप विस्तर छोड़कर अन्य जरूरी कार्य और पढ़ाई कर सकते हैं।

★ अच्छा खाना खाएं –

ज्यादा तला-भुना फैटी फ़ूड को खाने से आलस ज्यादा आता है जबकि, हरी पत्तेदार सब्जियाँ और फल खाने से हमारे शरीर को ज्यादा ऊर्जा मिलती है और हमें बिना बजह ज्यादा थकान या आलस नहीं आता है।

अगर आपको अपने पढ़ाई का समय सही करना है तो, आपको अपनी जीवनशैली में ही पूरी तरह से बदलाव करना होगा।

अंतिम वार्ता –

अब शायद आपके मन में पढ़ाई के सही समय को लेकर कोई प्रश्न शेष नहीं बचा होगा क्योंकि, हमने आपको बड़े ही साफ शब्दों में बता दिया है की, आपको एकदम से अपने पढ़ाई के समय को नहीं बदलना है लेकिन, यदि आप सुबह के समय पढ़ने की आदत बनाते हैं तो, यह अच्छी आदत होगी।

बहुत सारे स्टूडेंट उपरोक्त बताए समय पर नहीं उठ पाते हैं क्योंकि, वे रात को देर तक जागते हैं। यदि आपको सुबह जल्दी उठकर पढ़ना है तो, आपको रात को जल्दी सोने की आदत भी बनानी होगी।

आशा करता हूँ अब आपके पढ़ाई के समय को लेकर मन में आने वाले सभी प्रश्न समाप्त हो गए होंगे लेकिन, इस पोस्ट से सम्बंधित अगर अभी भी किसी प्रश्न का उत्तर नहीं मिला है तो, कमेंट में बेझिझक होकर आप प्रश्न पूछ सकते हैं।

लगातार पूछे जाने वाले प्रश्न:

Q1. सुबह कितने बजे से कितने बजे तक पढ़ना चाहिए

जो बच्चे सुबह के समय पढ़ना चाहते हैं उनके लिए सुबह 4 बजे से 7 बजे तक, पढ़ाई के लिए सबसे अच्छा समय है।

Q2. रात में कितने बजे तक पढ़ना चाहिए

रात में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को रात 12 बजे तक ही पढ़ाई करने की सलाह दी जाती है।

Q3. मैं सुबह जल्दी उठकर क्यों नहीं पढ़ पाता?

शायद आप देर रात तक जागते हैं, जिस कारण सुबह देर तक सोने का मन करता है।

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