शंकर जी कभी न अर्पित करें ये चीजें, वरना पुण्य के बजाय पाप कर बैठोगे

सनातन धर्म में सोमवार को भगवान दिन शंकर जी का दिन बताया गया है। इस दिन भगवान में जो भी भक्त मन लगाता है, उसकी हर इच्छा को भोलेनाथ बहुत जल्दी ही पूरी कर देते हैं। भागदौड़ भरी जिंदगी में अगर आप 10-20 मिनट का समय भी भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए निकालते हैं तो, आपको जिंदगी में किसी के सामने हाथ फैलाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

भगवान शंकर जी को प्रसन्न करने के लिए आपको सोमवार को 4-5 बजे के बीच उठने के बाद शंकर जी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन आपको मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए या आप गौ माता का कच्चा दूध भी चढ़ा सकते हैं। यदि आप सोमवार को चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा अथवा आंकड़े के फूल अर्पित करते हैं तो, भगवान आपके ऊपर कृपा करते हैं।

धार्मिक पुस्तकें बताती हैं की इस दिन शंकर जी को घी, शक्कर और गेंहू के आटे से बने प्रसाद का भोग लगाकर धूपबत्ती, दीपक जलाकर सच्चे मन से भगवान की आरती पढ़नी चाहिए। इसके बाद प्रसाद को अपने सभी बड़े लोगों को बाँटने के बाद खुद भी ग्रहण करना चाहिए।

शंकर जी की कृपा जल्दी पाना चाहते हो तो इस दिन 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें आपका जीवन सुखमय व्यतीत होगा। पूजा के दौरान गलत विचार को अपने मन में न आने दें।

महादेव की पूजा के दौरान न करें ये गलती –

अगर आप गलत तरीके से भगवान की पूजा करते हैं तो, लम्बे समय के बाद भी पूजा का फल नहीं मिलता है या कई बार गलत तरीके से पूजन के गलत परिणाम भी सामने आ सकते हैं, इसलिए किसी भी देवी-देवता की पूजा में गलती न हो इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए।

जैसे की यदि आप शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाते हैं तो यह गलत माना जाता है, आप ऐसा करते हैं तो पाप के भागीदार बनते हैं। शास्त्र शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाने की आज्ञा नहीं देते हैं क्योंकि, शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक माना गया है।

शिवजी को कभी भी केतकी के फूल या लाल रंग का कोई भी फूल नहीं चढ़ाना चाहिए, इसमें कमल शामिल नहीं है। कमल का फूल भगवान को चढ़ाया जा सकता है। कभी भी केवड़े का फूल भगवान को नहीं चढ़ाना चाहिए।

शास्त्र कहते हैं की शंकर जी को कुमकुम और रोली नहीं लगानी चाहिए। इसके अलावा शंख को भी भगवान शिव की पूजा में नहीं इस्तेमाल किया जाता है। इसका कारण भगवान शंकर द्वारा शंखचूर नामक राक्षस का वध किया जाना है।

यदि आप नारियल के पानी से भगवान का अभिषेक करते हैं तो, आप यह भी बहुत बड़ी गलती कर रहे है। नारियल भले ही शुभ कार्य में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन, शिव को इसे अर्पित करना वर्जित कहा जाता है। इसके साथ ही भगवान को तुलसी का पत्ता भी नहीं चढ़ाना चाहिए।

Disclaimer – इस पोस्ट में लिखी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं के आधार पर लिखी गई हैं।HindiRaja.in इनकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनमें से किसी भी बात को फॉलो करने से पहले इस बिषय के जानकार से राय जरूर लें।

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