सभी पायलट के लिए एक बहुत अच्छी खबर सामने आ रही है की, सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए द्वारा रूल्स में बदलाव के बाद पायलेट अधिक समय रेस्ट कर पाएंगे। पायलट को अधिक थकान न हो इस चीज को ध्यान में रखते हुए यह परिवर्तन किया गया है।
इसके बाद रात्रि के टाइम कॉकपिट में पायलट के कार्य करने का समय लिमिटेड हो जाएगा। इस नियम की इन्तजार बहुत सारे पायलट को था। DGCA द्वारा Airlines के लिए पायलटों के द्वारा दायर थकान-रिपोर्ट पर हर तीन माह पर रिपोर्ट जमा करना भी जरूरी कर दिया है।
अब कम समय करनी होगी ड्यूटी –
नये नियम के मुताबिक रात्रि में उड़ान ड्यूटी के समय में 3 घंटे की कमी की गई है। यह पहले अधिकतम 13 घंटे थी अब इसे घटाकर 10 घंटे कर दिया गया है। जिसका समय रात बारह बजे से शुरू होकर सुबह के 6 बजे तक है।
अब रात की परिभाषा ही बदल दी गई है, अब रात की ड्यूटी सुबह के 5 बजे तक न होकर 6 बजे तक होगी। पहले रात 12 बजे से 5 बजे तक का समय था जिसे बदलने के बाद रात्रि की ड्यूटी का समय 12 बजे से सुबह के 6 बजे कर दिया गया है।
उड्डयन मंत्री द्वारा सोमवार को यह जानकारी दी गई की, 1 पायलट द्वारा की जाने वाली फ्लाइट्स की संख्या की एक लिमिट सेट करना चाहते हैं।
पिछले साल अगस्त में पायलट की हुई थी मृत्यू –
2023 में अगस्त के महीने में फ्लाइट ऑपरेट करने से पहले एक पायलट की मृत्यु हो गई थी। यह घटना नागपुर एयरपोर्ट पर हुई जिसमें हार्ट अटैक से पायलट को अपनी जान गवानी पड़ी थी।
ऐसे में पायलट को आराम देने के बारे में कहीं न कहीं यह नियम बहुत ज्यादा अच्छा बताया जा रहा है। जिसे पायलट की कई शिकायतों के बाद बदला गया है।