हाईवे के बीच में पेड़ क्यूँ लगे होते हैं – आपने भी जब पहली बार हाइवे के बाच में पेड़-पौधे लगे देखें होंगे तो, आपको आश्चर्य तो हुआ ही होगा की आखिर इन पेड़ों को बीच में लगाने का क्या कारण है क्योंकि, ज्यादातर हाइवे के साइड में पेड़ होना तो आम बात है।
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शायद आप भी शुरुआत में मेरी तरह सोचते होंगे की सरकार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई को लेकर ज्यादा चिंतित है और हाइवे के बाच में पेड़ लगाकर शायद वह कटे हुए पेड़ों की थोड़ी-बहुत पूर्ति करने की कोशिश कर रही है, जबकि वास्तव में सच्चाई केवल यह नहीं है।
हाइवे के बीच में पेड़ लगाने के बहुत सारे लाभ हैं, जिसके बारे में हम इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे, चलिए आज इस सवाल का जबाब भी जान ही लेते हैं –
हाइवे के बीच में पेड़ पौधे लगाने का मुख्य कारण –
आपने सिंगल लाइन के हाइवे पर ऐसा नहीं देखा होगा लेकिन, जब हम 2 लाइन वाले हाइवे या तीन-चार लाइन वाले बड़े-बड़े हाइवे देखते हैं तो, उनके बीच में पौधे लगे होते हैं। यह पौधे डिवाइडर पर लगे होते हैं, जो हाइवे लाइनों को अलग करता है।
डिवाइडर पर लगे हुए यह पौधे रात में सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं क्योंकि, जब रात में हाइवे पर तेजी से वाहन चलते हैं तो, एक तरफ से आ रहे वाहन की हैडलाइट दूसरी तरफ से आ रहे वाहन-ड्राइवर की आखों पर पड़ती है, इसके विपरीत दूसरे वाहन की हैडलाइट भी पहले वाले ड्राइवर की आखों पर पड़ती है।
इस कारण दुर्घटना होने का खतरा हमेशा बना रहता है, इसलिए डिवाइडर पर पौधे लगाए जाते हैं। इन पौधों के कारण दूसरी तरह से आ रहे वाहन की लाइट ड्राइवर की आँखों पर नहीं पड़ती है बल्कि, पौधों की बजह से रुक जाती है या कम हो जाती है और यही सबसे मुख्य कारण है, डिवाइडर पर पौधे लगाने का।
डिवाइडर पर पौधे लगे होने के अन्य कारण –
इसके साथ ही इन पौधों को लगाने के अन्य कारण भी हैं, जो निम्नलिखित हैं –
पर्यावरण प्रदुषण को कम करने के लिए –
जैसा की आप भी टीवी, अखबारों में पढ़ते रहते होंगे की, आजकल पेड़ों की तेजी से कटाई हो रही है और साथ ही फैक्ट्रीयों से निकलने वाला धुआँ और हाइवे पर तेज रफ़्तार से दौड़ रहे वाहनों के धुंए से पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है।
इसी वायू प्रदुषण को कम करने में ये पौधे काफी हेल्प करते हैं। यह भी काफी महत्वपूर्ण कारण है, जिसके कारण हाइवे के बीच में पेड़-पौधे लगाए जाते हैं।
हरयाली के लिए जरूरी –
हरयाली किसको पसंद नहीं होती है, ऐसे में पौधों को बीच-हाइवे पर लगाने से उपरोक्त दो लाभ तो हैं ही साथ ही हरियाली बढ़ाना भी एक कारण है। हरयाली हमारी आखों के लिए भी अच्छी होती है, जिसे देखने पर आँखों को काफी आराम मिलता है।
इसके अलावा अगर बात करें हाइवे की साइडों के बारे में तो, वहाँ पर भी पेड़ों को लगाने से यही कारण है की, साथ ही साइडों में लगे पेड़ मिट्टी के कटाव को भी रोकते हैं और हाइवे की मजबूती को बरकरार रखने में भी मदद करते हैं।
तापमान नियंत्रण के लिए जरूरी हैं पेड़ –
चाहे हाइवे के साइड वाले पेड़ हों या डिवाइडर पर लगे छोटे पौधे हों, सभी कहीं न कहीं पृथ्वी के बढ़ते तापमान को कम करने में अपना-अपना योगदान कर रहे हैं। बढ़ते उद्योग-धंधों के कारण जो ग्लोवल वार्मिंग की समस्या पैदा हो रही है, ये पौधे ही हैं जो संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।
लगातार पूछे जाने वाले प्रश्न:
Q. रोड डिवाइडर के किनारे पौधे क्यों लगाए जाते हैं?
डिवाइडर पर पेड़ लगाने के केवल एक नहीं बल्कि, बहुत सारे फायदे हैं जैसे – ये ध्वनि को भी अवशोषित करते हैं और साथ ही रात के समय दो लाइनों के बीच के वाहनों की लाइट रोककर दुर्घटना होने से भी बचाते हैं।
Q. हाईवे में पौधों की देखभाल कौन करता है?
हाइवे के बीच में लगे पौधे या साइड में लगे पेड़ों की देखभाल की जिम्मेदारी सरकार की ही होती है, इसमें पानी आदि का कार्य वन विभाग ही करता है।
अंतिम शब्द –
अब तो शायद आपके मन में हाइवे के साइड या बीच डिवाइडर पर लगने वाले पेड़-पौधों को लगाने का कारण पता चल गया होगा। क्या आपको लगता है की इन दोनों जगहों पर पेड़-पौधे लगाने का कोई अन्य मुख्य कारण बचा रह गया है, यदि हाँ तो कमेंट में लिखना न भूलें।
अगर जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने सभी जानने वालों के साथ शेयर करना न भूलें ताकि, वे भी हाइवे पर लगने वाले पेड़ों के लगाए जाने वाले कारण को समझ सकें और अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकें।