पढ़ाई की लत कैसे लगाएं? इसके बाद आप पढ़ोगे लगातार कई घंटे

पढ़ाई की लत कैसे लगाएं – बच्चे इस चीज को लेकर सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं कि वे जब भी पढ़ाई करने बैठते हैं तो, उनका दिमाग एकदम से थकने लगता है और पढ़ाई के अलावा सभी जरूरी काम याद आने लगते हैं।

मन बिल्कुल भी पढ़ाई करने के लिए नहीं मानता है, ऐसे में क्या किया जा सकता है, आज हम इसी बिषय पर बात करेंगे। अगर आपने इस पोस्ट को केवल पढ़कर छोड़ नहीं दिया बल्कि, अपने जीवन में उतारा तो आप यकीन कीजिए कि आपको कभी भी पढ़ाई की लत लगाने से संबन्धित सवाल का जबाब नहीं खोजना पड़ेगा।

पोस्ट में बहुत ज्यादा बातें मेरे अनुभव और नॉलेज के आधार पर लिखी गई हैं और मैं आपको बता दूं की, पढ़ाई में हमेशा से ही क्लास के उन टॉप 3 बच्चों में रहा हूँ, जिनके जैसा क्लास के बाकी बच्चे बनना चाहते हैं तो, आप मेरी बातों पर आसानी से विश्वास कर सकते हैं।

पढ़ाई की आदत लगाने में काम आएंगे ये तरीके –

पोस्ट में 20-30 नहीं बल्कि केवल 10 पॉइंट्स ही बताए गए हैं लेकिन, पढ़ाई की लत लगाने के लिए यही बहुत हैं। आइये पढ़ने की आदत लगाने के कारगर तरीकों के बारे में जानते हैं –

  • सही लक्ष्य चुनें – अगर आप सपनों को अपनी रुचि के हिसाब से चलोगे तो, आपको पढ़ाई करने के लिए बार-बार मोटीवेट होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि आप खुद ही अपने लक्ष्य को पाने के लिए बिना किसी बाहरी मोटिवेशन के बहुत लंबे समय तक भी लगन के साथ पढ़ाई कर पाएंगे और आपको थकान कभी नहीं होगी।

अक्सर बच्चे पहले सोचते हैं की उनको क्या बनना है, उसके बाद देखते हैं कि वह बनने के लिए क्या पढ़ना है जबकि, उससे अच्छा तरीका है की आप यह देखो की, आपको क्या पढ़ना पसंद है और उसको पढ़कर सबसे अच्छा क्या बना जा सकता है।

अगर आपको डॉक्टर बनना है तो, बायोलॉजी पढ़ना आपके लिए परेशान करने वाला हो सकता है लेकिन, अगर आपको बायोलॉजी पढ़ना पसंद है तो, डॉक्टर बनना आपके लिए आसान हो जाएगा इसलिए जरूरी है कि सही लक्ष्य चुना जाए।

  • प्रत्येक फील्ड में माहिर बनने की कोशिश न करें – आजकल सभी बच्चों को हर फील्ड में सबकुछ सीखना है, इनको सिंगिंग में भी अच्छा रहना है ताकि, लड़कियों को अट्रेक्ट कर सकें और उनको हैकर भी बनना है क्योंकि, वो सुनने में अच्छा लगता है और कई बार दिन के 2-3 घण्टे मेडिटेशन की वीडियोस देखने में निकल जाते हैं क्योंकि, अब इनको पता चल गया है कि ध्यान करने से बुद्धि तेज होती है।

बच्चों के सामने आजकल इतने ज्यादा ऑप्शन्स हैं की, पता ही नहीं चल रहा है कि कौन-से फील्ड में बहुत ज्यादा आगे बढ़ना है। बस जब भी किसी फील्ड का कोई सफल इंसान मिल जाता है तो, उसके जैसा बनने का मन करने लगता है।

ऐसा नहीं है कि होशियार बच्चे अपना सारा समय केवल पढ़ाई करने में लगाते हैं लेकिन, वे अपने समय का लगभग 70-80% समय पढ़ाई को देते हैं। जब आप दिन का ज्यादातर समय किसी एक चीज को दोगे तो, उस क्षेत्र की ज्यादातर चीजें आपको समझ आने लगेंगी और फिर मन भी उसी में लगता है जो आसानी से समझ आता है।

  • अपने लक्ष्य को इमेजिन करें – जब भी पढ़ाई करने का मन न करे तो, अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद मिलने वाली खुशी को इमेजिन करें। वैसे तो ऐसा कहा जाता है कि आपको वर्तमान में जीना चाहिए और भविष्य में मिलने वाली सफलताओं को सोच-सोचकर अपना समय नहीं बेकार करना चाहिए।

फिर भी कभी-कभी अपने आप को पुश करने के लिए यह जरूरी हो जाता है की, भविष्य की मिलने वाली खुशियों को इमेजिन करके आप वर्तमान समय में मेहनत करने के लिए तैयार हो सकें।

जब आप एक बार पढ़ने बैठ जाते हैं तो, फिर कुछ देर बार पढ़ाई करना उतना ज्यादा मुश्किल नहीं होता है, जितना शुरुआत में पढ़ाई के लिए बैठना होता है। अगर आपके निगाहों में आपका सपना होगा तो, पढ़ाई की लत तो लगनी ही है।

ध्यान रखने वाली बात यह भी है कि अगर आप लक्ष्य को सोचकर भी मोटीवेट नहीं हो रहे हैं तो, शायद जिस सपने के लिए आप पढ़ना चाहते हो, वो सपना आपका नहीं है।

  • मजबूरी नहीं जरूरी है पढ़ाई – हमेशा पढ़ाई से बचना और मन में पढ़ाई को बोझ समझना भी आपको पढ़ाई नहीं करने देता है। अगर आप पढ़ाई को मजबूरी की जगह जरूरी समझकर और आसान समझकर करेंगे तो, पढ़ाई आपको ज्यादा मुश्किल नहीं लगेगी।
  • मन की मत सुनो, नियम फॉलो करो – पढ़ने के बारे में बच्चे सोचते हैं कि जो होशियार बच्चे होते हैं, उनके अंदर पढ़ने की लत होती है। हाँ, हो सकता है कि 200 में से किसी एक बच्चे को पढ़ने में मन लगता हो लेकिन, ज्यादातर होशियार बच्चे मन की कम सुनते हैं और अपने पढ़ने के नियम को फॉलो करते हैं।

अगर उनको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन में 4 घंटे पढ़ना जरूरी है तो, वे 4 घंटे रोज पढ़ेंगे ही पढ़ेंगे, चाहे मन करे या न करे। ऐसे बच्चों को देखने से लगता है कि उनको पढ़ने की लत लगी हुई है लेकिन, ऐसा नहीं है। वो केवल अपने लक्ष्य को पाने के लिए नियम को फॉलो कर रहे हैं।

आपको भी क्लास टॉप करने का, स्कूल टॉप का लक्ष्य रखना चाहिए और फिर उसके हिसाब से कितना पढ़ना होगा यह सोचकर, पढ़ाई का नियम बनाना चाहिए और फिर कुछ भी हो जाए उस नियम का पालन आपको करना ही है।

  • पढ़ाई में मन न लगने का कारण समझें – अगर आपको पढ़ाई समझ में नहीं आएगी तो, मन कभी नहीं लगेगा। जब मन नहीं लगेगा तो आप पढ़ाई नहीं करोगे, ये दोनों चीजें एक दूसरे से सम्बंधित हैं। जरूरी है कि आप पढ़ाई समझ में न आने के कारण को समझें।

हो सकता है आपके टीचर का पढ़ाने का तरीका सही नहीं है या आप समझने की कोशिश ही नहीं करते हैं। आप खुद ही हैं जो अपने आप पर सबसे अच्छे से नजर रख सकते हैं और अपनी छोटी-छोटी कमियों को सुधार सकते हैं।

  • पढ़ाई करने के तरीके को बदलें – पढ़ाई की लत कैसे लगेगी जब आपका पढ़ाई करने का तरीका ही सही नहीं है। ध्यान रहे कि आप बैठकर पढ़ें, एकांत में पढ़ें, पूरी नींद के बाद पढ़ें, खुद के नोट्स के साथ पढ़ें, सही समय पर पढ़ें, सही जगह पर पढ़ें, सही दोस्तों के साथ पढ़ें और सही टीचर से पढ़ें।

पढ़ाई में मन एकाग्र हो जाता है इसलिए कई बार नींद भी आने लगती है और दिमाग थक जाता है तो, आलस भी आने लगता है, आपके साथ ऐसा न हो इसलिए पढ़ाई के दौरान अनुशासन बहुत जरूरी है।

  • होशियार बच्चों से प्रतियोगिता करें – दूसरे बच्चों की तुलना खुद से करना भले ही अच्छा न हो लेकिन, कई बार इससे बहुत फायदा होता है। अगर मैं अपनी बात करूँ तो, मैं क्लास 5th तक लगभग हर साल 60% मार्क्स लाता है लेकिन, फिर भी पढ़ाई में कमजोर उन बच्चों के बीच मैं टॉप 3 होशियार बच्चों में आता था।

इसके बाद जब मैंने स्कूल बदल तो होशियार बच्चे मेरी क्लास में थे। मैने अब उनसे भी कॉम्पिटिशन करना शुरू किया तो मैं 90% नंबर तक लाने लगा। इसका कारण केवल एक था की मुझे क्लास के टॉप 3 स्टूडेंट्स की लिस्ट में आना था।

मैं हिंदी मीडियम का छात्र था और मैने 90% मार्क्स लाने के लिए पूरी-पूरी किताब याद कर ली थी। इस सब मेहनत के पीछे का कारण केवल होशियार बच्चों से प्रतियोगिता करना था। आप भी होशियार बच्चों के साथ कॉम्पिटिशन करो, आप खुद को तेजी से निखार पाओगे।

  • बाहरी नहीं अंदरूनी मोटिवेशन है जरूरी – बाहर वाले आपके अंदर मोटिवेशन भर तो सकते हैं लेकिन, वो केवल कुछ मिनट या घंटे तक रह सकता है। परमानेंट मोटिवेशन आपको केवल आपके द्वारा ही मिल सकता है। आपकी आपके लक्ष्य को पाने की इच्छा और पढ़ाई करने की जरूरत ही आपको पढ़ने के लिए मजबूर कर सकती है।

आप क्यों पढ़ रहे हो, अगर आपके पास इसका ठोस कारण है तो, आपको घंटों तक पढ़ने में भी कोई परेशानी नहीं आएगी।

  • सेल्फ-हेल्प बुक्स पढ़ें – सेल्फ हेल्प किताबें पढ़ें, सफल लोगों के बारे में पढ़ें ताकि आप भी जीवन में कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित हो सकें। पढ़ाई की वैल्यू को समझें जानें की, पढ़ाई को लेकर महान लोगों के क्या विचार है जैसे, डॉ. भीमराव अंबेडकर का कहना है कि शिक्षा शेरनी का दूध है, जो पियेगा वो दहाड़ेगा।
  • अंतिम विकल्प बाहरी मोटिवेशन – अगर किसी भी चीज से काम नहीं चल रहा है तो, आप कुछ मोटिवेशनल स्पीकर्स की वीडियोस देख सकते हैं। यह आपको लंबे समय तक तो मोटीवेट नहीं रख पाती हैं लेकिन, पढ़ाई करने का जो मन ही नहीं करता है और आप किताब खोलते भी नहीं हैं, उसमें मदद करेंगी।

कम से कम आप मोटिवेशनल वीडियोस देखकर किताब खोलकर पढ़ने की शुरुआत तो कर ही देंगे और सबसे कठिन कार्य शुरुआत करना होता है।

एक बार जब आप किताब लेकर पढ़ना शुरू कर देते हैं, उसके बाद तो कम से कम 1-2 घंटे मन को मनाकर पढ़ना उतना भी मुश्किल नहीं रह जाता है।

लगातार पूछे जाने वाले प्रश्न:

Q. पढ़ाई में मन नहीं लगता कैसे लगाएं?

सबसे पहले आपको पढ़ना क्यों है इस कारण को जानिए।

Q. पढ़ाई में तेज कैसे बनें?

रोज ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई को देंगे तो पढ़ाई में तेज बना जा सकता है।

Q. पढ़ाई करने का सही तरीका क्या है?

आपको सही जगह और सही वातावरण में बैठकर पढ़ना चाहिए।

Q. घर पर पढ़ाई करने का तरीका क्या है?

बार-बार ध्यान न भटके इसलिए एकांत में पढ़ें और मोबाइल पर रील्स, शॉर्ट्स आदि से बचें।

Q. पढ़ाई में मन लगाने के लिए क्या खाएं?

पढ़ाई में मन लगाने के लिए कुछ भी विशेष खाने की जरुरत नहीं है, बस पढ़ाई के वक्त हल्का खाना खाएं।

अंतिम शब्द –

मुझे पूरी-पूरी उम्मीद है कि इन बातों को फॉलो करके आप पढ़ाई में खुद को झोकने के लिए तैयार कर पाएंगे और आपको इस पोस्ट को पढ़ने से काफी फायदा मिलेगा।

इस पोस्ट में कुछ भी ऐसे तरीके नहीं बताए गए हैं, जिनको फॉलो करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो। पोस्ट में बताई सभी बातें वास्तविक जीवन में बहुत ज्यादा काम आने वाली हैं।

अगर आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर नहीं करेंगे तो, आप अपने दोस्त को इतनी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में न बताकर उनका बहुत बड़ा नुकसान कर रहे हैं।

इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाने के लिए पोस्ट के लिंक को अपने व्हाट्सएप्प स्टेटस पर जरूर लगाएं।

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